
थाना दिवस पर जिलाधिकारी-एसएसपी ने फरह-हाईवे थानों पर सुनीं फरियादियों की शिकायतें, किया जिला जेल का निरीक्षण
मथुरा। जिलाधिकारी पुलकित खरे व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने संयुक्त रूप से थाना दिवस के अवसर पर थाना फरह व थाना हाईवे में फरियादियों की शिकायतें सुनी। उन्होंने शिकायतें सुनते समय ही संबंधित अधिकारी को अग्रसारित करते हुए जांच कर गुणवत्ता के साथ शिकायतों का निस्तारण कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी कहा कि राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारी एक टीम बनकर कार्य करें और जहां पर भी परेशानी आये दोनों विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लें और आवश्यक कार्यवाही अमल में लायें।
पुलिस एवं प्रशासन आपस में समन्वय बनाकर जनहित के कार्यों को पूर्ण करें और थाना दिवस में प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध तरीके से निस्तारण करें। दोनों अधिकारियों ने थाना फरह के परिसर का निरीक्षण किया और थाने में खडे वाहनों को व्यवस्थित तरीके से रखने के निर्देश दिये। उन्होंने थाने के रजिस्टरों का अवलोकन किया तथा पुरानी शिकायतों के बारे में विस्तार से जनकारी प्राप्त करते हुए तत्काल प्रभाव से संबंधित कानून गो, लेखपाल एवं पुलिस अधिकारी से समन्वय स्थिपित करते हुए उक्त शिकायतों का निस्तारण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि रजिस्टरों पर स्पष्ट लिखें कि शिकायत का निस्तारण हुआ है या नहीं, यदि नहीं हुआ है, तो किस कारण से नहीं हुआ है। अधिकारी ऐसे कार्य करें कि शिकायतकर्ता आपके जांच कार्यों से संतुष्ट रहे और यदि शिकायतकर्ता का कार्य आपसे संबंधित नहीं है, तो उसे सही मार्ग दिखायें।
डीएम और एसएसपी ने किया जिला कारागार का निरीक्षण
थाना दिवस के पश्चात जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला कारागार का निरीक्षण किया गया, जिसमें जेल परिसर में बन रहे नए भवन के निर्माण कार्य को देखा, महिलाओं द्वारा बनाये जा रहे पोषाक एवं वस्त्रों का अवलोकन किया तथा वहां लगी मशीनों को भी देखा। उन्होंने परिसर में बने चिकित्सालय में जाकर मरीजों से उनके हालचाल की जानकारी प्राप्त की और उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। उन्होंने डॉक्टरों को निर्देश दिये कि बंदियों को स्वास्थ्य सुविधायें अच्छे से अच्छा दिया जाये।
जेल परिसर में तैयार हो रहे खाने की गुणवत्ता को परखा और मशीनों द्वारा बनाई जा रही रोटियों को भी देखा। इसके साथ ही उन्होंने जेल अधीक्षक को निर्देश दिये कि पढ़े लिखे बंदियों का डाटा तैयार किया जाये तथा विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण इच्छुक बंदियों का भी डाटा तैयार किया जाये।