
पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व प्रारंभ, धनतेरस हुई खूब खरीदारी
मथुरा। (संवाददाता श्याम शर्मा ) कान्हा की नगरी में दीपोत्सव का पंचदिवसीय पर्व आज से धनतेरस से शुरू हो गया है। आज और कल धनतेरस पर बाजारों में धूम रहेगी। सुबह से ही शहर में बर्तनों की दुकानों में खासी भीड़ देखी गई। रोशनी से सजे बाजार और रंग-बिरंगी कंदील, फूलों वाली झालर, लड़ियों, ओम शुभ-लाभ और सुंदर सुंदर मिट्टी की लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां के बर्तन और चांदी सोने और बर्तनों से सजा धनतेरस का बाजार सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रहा निगम द्वारा शहर चौराहे और तिराहे लाइटों सजाया गया है। के साथ अब बाजार पीली नीली और गुलाबी से चमक रहा है। हर खरीदारों की भीड़ खरीदारी के लिए उमड़ रही है। हिंदू अनुसार धनतेरस का कार्तिक मास के मनाया जाता है। देवताओं के वैद्य जयंती मनाई जाती है। के दिन सोना, चांदी
वस्तुओं की खरीदारी करना शुभता का प्रतीक है। इसलिए धनतेरस पर्व खूब खरीदारी की जाती है। ऐसे में पांच दिवसीय त्योहार धनतेरस, छोटी दीपावली, दीपावाली, गोवर्धन और भाईदूज के लिए बाजार सजकर तैयार है। धनतेरस पर्व पर लक्ष्मी गणेश के चित्र वाला चांदी का सिक्का और नोट जहां बाजार की चमक में चार चांद लगा रहे हैं, वहीं इस बार सोने के सिक्कों की भी खनक कम नहीं है। इस बार धनतेरस पर सोने के आभूषण के साथ ही सोने के सिक्कों की भी मांग है। बाजार में सोने के सिक्के 1, 2, 5, 8, 10, 20, 30, 50 और 100 ग्राम वजन में 22 और 24 कैरेट में मिल रहे हैं। बिना बर्तन की खरीदारी किए धनतेरस का पर्व अधूरा है, हर कोई अपनी अलावा के गहनों है। नगर के प्रमुख रंग बिरंगी दुकानों भी लाल लाइटों दुकान पर पंचांग के त्योहार त्रयोदशी को इस दिन धन्वंतरी की धनतेरस और अन्य
अपनी सामर्थ्य के अनुसार इस दिन बर्तन की खरीदारी करता है। धनतेरस पर खरीदे गए बर्तन को अमृत कलश के रूप में माना जाता है। इसलिए धनतेरस पर जो भी बर्तन खरीदे उसे कभी भी खाली लेकर घर के अंदर प्रवेश न करें। उसमें कुछ न कुछ अवश्य डाल लें। ऐसे में बाजारों में एक से बढ़कर एक पीतल और कांसे के बर्तन छाए हुए हैं। जिसमें पानी की बोतल से लेकर कुकर और डिनर सेट तक उपलब्ध है। वहीं पानी के बड़े बड़े कलश भी लोगों का ध्यान खींच रहे हैं, जो पुराने जमाने की याद दिलाते हैं। शहर के सभी बाजारों के नजारे बदले हुए है, जहां तक देखो खरीदारी की भीड़ ही नजर आती है। हर कोई दीपावली पर्व की खरीदारी में व्यस्त है। होलीगेट चौराहे पर
प्रवेश करते ही बाजार रंग बिरंगे फूलों से घिरा हुआ देता है। छोटी छोटी मूर्तियों और दीपक लटके हुए रंग बिरंगे सांचे और चमचमाती कंदील, सुनहरी फूलों वाली मोतियों के साथ लाल मोती से सजी लटकन और बंदनवार। दीपावली आंगन सजाने के सभी तरह का सजावटी समान दूर से ही लोगों को कर रहा है। इतना ही में चलती फिरती दुकानें भी है। जो राजस्थानी हाथी वाली लटकन, गोटापत्ती वर्क वाले वस्तुएं खरीदने के मजबूर कर देंगी। बाजार में रंग बिरंगी जगमग हो उठता है।
सा दिखाई मिट्टी की की दुकानें, रंगोली के झालर, सफेद राजस्थानी पर्व पर घर लिए यहां आकर्षित नहीं बाजार और मोर लैंप और सजावटी लिए आपको कृष्णा नगर लाइटों से ब्रांडेड कपड़ों
की खरीदारी करने वालों की लगी हुई है। हर कोई दीपावली लिए डिजाइनर परिधान खरीद रहा है। इसके अलावा खाने पीने और चाट पकौड़ी के शौकीनों की चाट की दुकानों पर भी भीड़ बढ़ रही है। धनतेरस के लिए यहां हर दुकान को लाइटों से सजाया गया है। मार्किट में वैसे तो परिधान से लेकर होम डेकोर और बर्तन और खाने पीने की स्टाल से सजकर तैयार है। लेकिन धनतेरस पर बर्तन और सजावटी वस्तुओं की दुकानों की भरमार है। इसके अलावा यहां छोटी छोटी मूर्तियों की दुकानें और सुगंधित मोमबत्ती की दुकानें भी ग्राहकों को आकर्षित कर रही है। वहीं दुकानों पर लगी कंदील बाजार को मनमोहक बना रही है। हमेशा खरीदारों की भीड़ से भरा बाजार लालकुर्ती धनतेरस भी खरीदारी
भीड़ के भी से भरा रहेगा। बाजार में बर्तन, कपड़े, जूते, साड़ी, सूट, कास्मेटिक आइटम और ज्वेलरी की दुकानों पर ऐसा कोई सामान नहीं जो यहां न मिलता हो। धनतेरस पर बर्तनों की दुकाने लाइट से सजी है। इसके अलावा बाजार में अभी से गरम कपड़ों की भी भरमार है। दीपावली व धनतेरस से पहले उपहारों के साथ आटोमोबाइल्स का बाजार भी सज गया है। खास बात यह है। कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस साल अधिकांश बाइकों की कीमतों में बढोतरी हो गई है। इस कारण ग्राहकों की जेब पर बोझ बढ़ गया है। धनतेरस की बुकिंग पर ग्राहकों को चांदी का सिक्का व लक्की ड्रा के जरिये सोना जीतने का मौका तक दिया जा रहा है।