
राहुल गांधी की यात्रा पर हमले के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन
मथुरा।कांग्रेस जिला अध्यक्ष एडवोकेट भगवान सिंह वर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की न्याय यात्रा पर असम में हुए हमले को लेकर कांग्रेसियों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने डीएम को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा ओर चेतावनी दी कि यदि असम सरकार को बर्खास्त नहीं किया गया तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी। कांग्रेसी कार्यकतां और पदाधिकारी कलक्ट्रेट पर सुबह 11 बजे एकत्रित हो गए और जोर दार प्रर्दशन किया। नेतृत्व करते हुए जिलाध्यक्ष भगवान सिंह वर्मा ने बताया कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी असम में महादेव मंदिर में दर्शन करने गये तो उन्हें रोक दिया गया। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता यदि अयोध्या दर्शन करने आते हैं तो भाजपा कार्यकर्ता पार्टी का झंडा फाड़ कर अपमानित करते हैं। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी द्वारा मणिपुर से निकाली गई न्याय यात्रा पर असम में हमला किया जाता है। भाजपा के गुंडों द्वारा मारपीट कराई गई जिसमें असम के प्रदेश अध्यक्ष सहित करीब दो सौ कार्यकर्ता घायल गये। भाजपा द्वारा कांग्रेस की बढ़ती ताकत से घबराकर कर हताशा पूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। जिस राम मंदिर पर भाजपा जश्न मना रही उसकी नींव पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने बंद पड़े रामलला का ताला खुलवा कर रखी। प्रदेश प्रवक्ता कुंवर सिंह निषाद ने कहा कि भाजपा की सरकार केवल धर्म के नाम भाई भाई को लड़ाने का
काम कर रही है वह केवल मंदिर की राजनीति कर सत्ता को बरकरार रखना चाहती है। इस मौके पर महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष सिम्मी बेगम, दिनेश चंद्र शर्मा, पार्टी उपाध्यक्ष नरेश पाल सिंह जसावत, निशिका सिंह, अध्यक्ष हरवीर सिंह पुंडीर, चन्द्र मोहन जायसवाल, मनोज शर्मा, नीलेश जादौन, ब्रजेश शर्मा, प्रवीण ठाकुर, विनोद आर्य, अशोक शर्मा, प्रखर चतुर्वेदी, अर्थिनी शुक्ला, अर्थिनी शर्मा, प्रवीण भास्कर, हरीश पचौरी, सुशीलसागर, दीपक पाठक, बनवारी लाल सैनी, कलुआ खान, मोहम्मद यासीन, पंकज चौधरी, अखलाख चौधरी, बेबी ठाकुर, सोनी अब्बास, जगदीश शर्मा, झमन लाल, केदार सरपंच, सतेंद्र गौतम, इंदरजीत गौतम, व्हेन शर्मा, चौधरी धर्मेंद्र सिंह, राखी, सत्रो बेगम, रिजवाना बनो, सहना, चारों मोहम्मद, सलीम, रेशमा, मोहम्मद केवल युवाओं, बुद्ध, अजय कुमार, भाष्कर, दुष्यंत सिंह, जतिन, रामू, पप्पू निषाद, लक्ष्मण आर्य आदि मौजूद थे।