20 मई तक ऑक्सिजन आपूर्ति में मथुरा होगा आत्मनिर्भर: पं. श्रीकान्त

 

– 9.5 टन ऑक्सिजन का उत्पादन व आपूर्ति होगी 4 अस्पतालों में

– जिला अस्पताल में भी विधायक निधि से प्लांट लगाने की योजना प्रक्रिया में

– स्वर्ण जयंती कोविड अस्पताल तैयार, इसी हफ्ते होगा शुरू

– पॉजिटिव आते ही मरीज को दें दवा की किट

– आरआरटी के भेजने पर तुरंत भर्ती हों मरीज, आनाकानी करने वाले अस्पतालों पर डीएम करें कार्रवाई

– कोविड कमांड सेंटर को लेकर समन्वय बेहतर करें प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग

 

 

मथुरा। ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री पं. श्रीकान्त शर्मा ने मंगलवार को मथुरा कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 संक्रमण से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। ऊर्जा मंत्री ने 20 मई तक अस्पतालों में चल रहे ऑक्सिजन प्लांट लगाने के कार्य को पूरा करने के लिए कहा। उन्होंने मथुरा को ऑक्सिजन आपूर्ति में आत्मनिर्भर बनाने के लिए तेजी से कार्य पूरा करवाने के डीएम को निर्देश दिये।

समीक्षा बैठक में डीएम ने अवगत कराया कि केडी मेडिकल कॉलेज, नयति अस्पताल, सिटी अस्पताल और एसकेएस अस्पताल में ऑक्सिजन प्लांट लगाने का कार्य चल रहा है जिससे करीब 9.5 टन ऑक्सिजन की आपूर्ति शहर के इन अस्पतालों में संभव होगी। फिलहाल मथुरा जनपद में करीब 15 टन ऑक्सिजन की खपत रोजाना होती है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि इन प्लांट्स का कार्य 20 मई तक हर हाल में पूरा करें। साथ ही विधायक निधि से जिला अस्पताल में लगने वाले प्लांट का कार्य भी जल्द शुरू करवा इसे भी 20 मई तक पूरा करने के ऊर्जा मंत्री ने निर्देश दिए। इसके अलावा जिला संयुक्त चिकित्सालय में भी पीएम केयर्स फण्ड से ऑक्सिजन प्लांट लगाने की योजना भी प्रक्रिया में है।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि इस आपदा को अवसर में बदलते हुए पीएम श्री नरेन्द्र मोदी जी के संकल्प की दिशा में ऑक्सिजन आपूर्ति में मथुरा को आत्मनिर्भर बनाना है।

इससे पहले ऊर्जा मंत्री ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित एकीकृत कोविड कमाण्ड सेंटर का निरीक्षण किया।
उन्होंने प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को समन्वय बेहतर करने के निर्देश दिए। कहा कि मरीजों को मौजूदा व नये संसाधनों का पूरा लाभ पहुंचे और बेहतर इलाज हो।

उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन वाले मरीजों से लगातार संपर्क रखें। मरीजों के कॉल पर रैपिड रेस्पॉन्स टीम तेजी से कार्य करें। उन्होंने निर्देश दिए कि आरआरटी के कहने के बाद भी गंभीर मरीजों को भटकना न पड़े, ऐसा होता है तो शिकायत पर डीएम अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करें।

एंटीजेन टेस्ट में पॉजिटिव आते ही तुरंत मेडिसिन किट उपलब्ध कराएं। आरटीपीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव आने पर चार घंटे के अंदर मरीजों को दवा पहुंचाने का कार्य हो व सैनिटाइजेशन का काम त्वरित हो।

*स्वर्ण जयंती अस्पताल तैयार*
मथुरा में स्वर्ण जयंती आईओसीएल कोविड अस्पताल बनकर तैयार हो गया है। ऊर्जा मंत्री ने इसका निरीक्षण किया और 100 ऑक्सिजन व आईसीयू बेड युक्त इस अस्पताल को इसी हफ्ते शुरू करने के निर्देश दिये। इसमें 8 बेड का आईसीयू वार्ड होगा साथ ही महिलाओं के आइसोलेशन के लिए भी स्पेशल वार्ड होगा।

 

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