निगम की पहली बोर्ड बैठक में कैबिनेट सदस्य बनने को लेकर कांग्रेसियो ने किया हंगामा 

 

मथुरा। बुधवार को नगर निगम की प्रथम बोर्ड बैठक में कैबिनेट के सदस्यों के नाम को लेकर काफी हंगामा हुआ। कांग्रेसी पार्षदों ने महापौर विनोद अग्रवाल के घिराव का प्रयास किया जिसे नगर आयुक्त ने विफल कर दिया। कैबिनेट के 12 सदस्यों के नाम घोषित कर दिए गए हैं। बताया जाता है बोर्ड बैठक की समाप्ति के दौरान कैबिनेट के सदस्य बनने को लेकर कांग्रेस के कुछ पार्षद हंगामा करने लगे इस पर मेयर श्री अग्रवाल का कहना था कि नियमानुसार कार्रवाई की गई है। इस बात को आक्रोशित पार्षद समझने को तैयार नहीं थे उन्होंने मेयर की घेराबंदी शुरू कर दी जिसे देख नगर आयुक्त अनुनय झा उनको निगम प्रांगण से अपनी गाड़ी में बिठा कर ले गए। विवाद की पृष्ठभूमि में बताया जाता है

कि कैबिनेट का सदस्य बनने के लिए कांग्रेस के पार्षद दो गुटों में विभाजित हो गए एक गुट रेनू चौधरी को चाहता

था तो दूसरों गुट कृष्णापुरी क्षेत्र के पार्षद धनंजय चौधरी के पक्ष में था। मेयर ने कैबिनेट में रेनू चौधरी की सदस्य नामित कर दिया। मेयर का कहना था कि हमने कांग्रेस पार्षद दल के नेता द्वारा उपलब्ध सूचना के आधार पर कार्रवाई की है। मेयर और नगर आयुक्त जाने के पश्चात कांग्रेसियों में आपस में भी खूब तू- तू मैं-मैं हुई कैबिनेट सदस्य के रूप में भाजपा के सात पार्षद क्रमशः हनुमान वार्ड नंबर 5 धनंजय सिंह लोधी वार्ड न. 40 सरस्वती देवी वार्ड न 52 उमा वार्ड न. 45 मुकेश सारस्वत वार्ड न. 51 वैभव अग्रवाल वार्ड न. 70 राकेश भाटिया वार्ड न. 36 बसपा के गुलशन वार्ड न. 16 रालोद से लीला वार्ड न. 43 कांग्रेस से रेनू चौधरी वार्ड न. 45 सहित दो निर्दलीय अंकुर गुर्जर वार्ड न. 24 और ओमवती वार्ड न. 25 को सदस्य नामित किया गया है। उपद्रव मचाने वाले लोगों में कुछ पार्षदों के परिजन बताये जाते है। उधर वार्ड नं 31 से समाजवादी पार्टी के पार्षद मुना मलिक ने कैबिनेट सदस्यों के निर्वाचन को अवैधानिक बताया है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें 

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button 

विज्ञापन बॉक्स
विज्ञापन बॉक्स

Related Articles

Close
[avatar]