
पांडुलिपि संरक्षण कार्यशाला का हुआ समापन
मथुरा। वृंदावन में वृंदावन शोध संस्थान में चल रही पांच दिवसीय पांडुलिपि संरक्षण कार्यशाला का सोमवार को समापन हो गया।
अंतिम दिन मुख्य प्रशिक्षक एनआरएलसी के पूर्व अधिकारी प्रमोद कुमार पांडे ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं को स्क्रॉल पाण्डुलिपि का संरक्षण कार्य एवं रौलर पर लपेटना सिखाया गया। संग्रहालय सुरक्षा कैसे की जाय इसके लिए वातावर्णीय दशाओं को संग्रहालय में कैसे नियंत्रित किया जाये यह प्रतिभागियों को बताया गया।संस्थान निदेशक डॉ. राजीव द्विवेदी ने कहा कि आज के समय में पांडुलिपि संरक्षण को युवा पीढ़ी अपने कैरियर के रूप में अपना सकती है। यह कार्यशाला
युवा पीढ़ी के लिए अपना भविष्य उज्जवल बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
सभी प्रतिभागियों से कार्याशाला में प्राप्त किये गयेप्रशिक्षण के संबंध में प्रश्न किये गये जिनका प्रतिभागियों ने उत्तर दिये। इससे पूर्व 5 दिन तक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र छात्राओं को निदेशक एवं मुख्य प्रशिक्षक द्वारा प्रमाण पत्र वितरित
किए गए। अवसर पर करवेन्द्र सिंह, रजत शुक्ला, योगिता गोस्वामी, दीक्षा रावत, उमाशंकर पुरोहित, नवीन जोशी, गोप नन्दन झा, प्रीति शर्मा, शिवम शुक्ला, बृजेश कुमार आदि मौजूद रहे।