
बांकेबिहारी मंदिर सहित ब्रज के प्रमुख मंदिरों में गूंजा हैप्पी न्यू ईयर, परिक्रमा में बनी मानव श्रृंखला
मथुरा। श्रीकृष्ण की नगरी में शनिवार हैप्पी न्यू ईयर ठाकुरजी से बोलने के लिए ब्रज के प्रमुख मंदिरों सहित गोवर्धन, बलदेव, वृंदावन तथा मथुरा के जन्मभूमि पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। चारों तरफ श्रद्धालुओं की टोलियां दिखाई दे रही हैं। भक्त राधे-राधे के जयकारे के साथ वृंदावन की कुंज गलियों में मस्ती के साथ धूम रहे हैं। मंदिर में अपने आराध्य के दर्शन कर मत्था टेक रहे हैं। यहां आने वाले हजारों श्रद्धालुओं ने हैप्पी न्यू ईयर बांके बिहारी के साथ अपने नए साल की शुरुआत की।
वृंदावन में भक्तों ने नववर्ष की शुरुआत भगवान श्रीकृष्ण की शरण में की। भक्तों की आस्था के सामने कोरोना का खौफ बौना साबित होता दिख रहा है। हालांकि मंदिर प्रबंधन और प्रशासन द्वारा लोगों को कोरोना से बचाव के लिए पीए सिस्टम के माध्यम से सचेत किया जा रहा था। शनिवार सुबह से ही नगर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालुओं ने नववर्ष पर मंदिरों में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। वहीं नगर की पंचकोसीय परिक्रमा भी लगाई। मुख्य आकर्षण का केंद्र बने ठाकुर बांके बिहारी मंदिर मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों और गुब्बारों से सजाया गया है। मंदिर परिसर में जगह-जगह हैप्पी न्यू ईयर लिखा हुआ है। पूरा मंदिर परिसर हैप्पी न्यू ईयर बांके बिहारी की गूंज से गुंजायमान हो रहा था। वहीं भक्तों ने साधु-संत, ब्राह्मणों और गरीबों को दान कर पुण्य लाभ कमाया। नव वर्ष के पहले दिन शनिवार को कन्हैया के दर्शन करने के लिए श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही श्रद्धालुओं का श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंचना शुरू हो गया। जन्मस्थान के सभी द्वारों पर भक्तों की लंबी लाइन लगी हुई हैं। बोल बंसी वाले की जय के जयकारों से जन्मस्थान परिसर गूंज रहा है। मुख्य द्वार पर तो भीड़ इतनी हो गई है कि सड़क पर भी श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई हैं।
मथुरा के द्वारकाधीश मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। राजाधिराज के दर्शन के लिए उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब द्वारकाधीश मंदिर से विश्राम घाट तक रहा। श्रद्धालुओं ने राजाधिराज के दर्शन कर नए साल की शुरुआत की, लेकिन कोविड के खतरे से बेखबर दिखे।
लाखों की संख्या में श्रद्धालु गिरिराज धाम पहुंचे। तलहटी में बह रही भक्ति की रसधार में सुध-बुध खोए भक्तों ने गिरिराजजी की शरण में पहुंच कर मस्तक टेका और दानघाटी, मुकुट मुखारविंद मंदिर में पूजा-अर्चना कर मनौती मांगी। भीड़ के चलते सड़कों पर जाम की स्थिति रही।
वहीं कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लापरवाह दिखाई दिए। हजारों श्रद्धालु बिना मास्क के मंदिरों में पहुंचे। भीड़ के कारण उचित शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं हुआ। प्रशासन और मंदिर प्रबंधन की व्यवस्थाएं भी फेल नजर आईं। यह हाल तब है जब मथुरा में बीते चार दिनों से लगातार नए संक्रमित मरीज मिल रहे हैं।